इस कविता में मानवीकारण अलंकार का प्रयोग किस प्रकार किया गया है? स्पष्ट कीजिए।
कवि सुमित्रनंदन पंत द्वारा कविता में कई स्थानों पर मानवीकरण अलंकार का प्रयोग किया गया है। यह प्रयोग करके कवि द्वारा प्रकृति में जान डाल दी है जिससे प्रकृति सजीव प्रतीत हो रही है| काव्य में इसी प्रकार के प्रयोग को मानवीकरण अलंकार कहा जाता है| जैसे पर्वत द्वारा अपने फूल रूपी नेत्रों के माध्यम से अपना प्रतिबिंब निहारते हुए गौरव अनुभव करना, पेड़ो द्वारा उच्च आकांक्षा से आकाश की ओर देखना, बादल का पंख फड़फड़ाना, इंद्र द्वारा बादल रूपी यान पर बैठकर जादुई खेल दिखाना, सभी में मानवीकरण अलंकार का प्रयोग है